आज शेयर मार्केट क्यों गिरा?: 12 जून 2025 को भारतीय शेयर मार्केट में भारी गिरावट देखी गई, जिसमें BSE Sensex 800 अंक से ज्यादा टूटा और Nifty 24,900 के नीचे चला गया। लेकिन why market is down today? ग्लोबल ट्रेड अनिश्चितता, US-China टैरिफ टेंशन और अन्य कारणों ने मार्केट को प्रभावित किया। आइए, इस गिरावट के पीछे के कारणों को समझते हैं।
आज शेयर मार्केट क्यों गिरा?
आज भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स Sensex और Nifty में गिरावट का मुख्य कारण ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता और US-China ट्रेड डील को लेकर अस्पष्टता रही। गुरुवार को Nifty 50 F&O कॉन्ट्रैक्ट्स की वीकली एक्सपायरी ने भी मार्केट में वोलैटिलिटी बढ़ाई। इसके अलावा, कुछ प्रमुख सेक्टर्स जैसे ऑटो और मेटल में भारी बिकवाली ने मार्केट को नीचे खींचा।
Quick Fact: BSE Sensex 81864 अंक पर बंद हुआ, जो पिछले सेशन से 0.79% कम है।
US-China ट्रेड डील की अनिश्चितता का असर?
US और China के बीच हाल ही में हुए आंशिक ट्रेड डील ने निवेशकों को राहत तो दी थी, लेकिन इस डील में स्पष्टता की कमी ने मार्केट में अनिश्चितता पैदा की। कुछ X यूजर्स के अनुसार, US द्वारा जुलाई 2025 में नए टैरिफ की धमकी ने निवेशकों का सेंटिमेंट कमजोर किया। यह अनिश्चितता ग्लोबल मार्केट्स पर भी असर डाल रही है, जिसका प्रभाव भारतीय मार्केट पर दिखा।
इसके अलावा, मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव ने भी निवेशकों को सतर्क कर दिया, जिससे ग्लोबल मार्केट में रिस्क-ऑफ मूड बना।
किन सेक्टर्स ने मार्केट को नीचे खींचा?
आज के सेशन में ऑटो, मेटल और टेक सेक्टर्स में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई। Sensex के टॉप लूजर्स में शामिल रहे:
- इंफोसिस: टेक सेक्टर में बिकवाली के कारण 1% से ज्यादा गिरावट।
- टाटा मोटर्स: ऑटो सेक्टर में डिमांड कमजोर होने की चिंता से शेयर गिरा।
- टाटा स्टील: मेटल स्टॉक्स में ग्लोबल कमोडिटी प्राइसेज के दबाव से नुकसान।
- HCL टेक: ग्लोबल टेक सेंटिमेंट कमजोर होने से शेयर में गिरावट।
हालांकि, कुछ स्टॉक्स जैसे एशियन पेंट्स, सन फार्मा और HDFC बैंक ने मामूली बढ़त दिखाई, लेकिन यह मार्केट को सपोर्ट करने के लिए काफी नहीं थी।
क्या ग्लोबल मार्केट्स ने भी प्रभाव डाला?
हां, ग्लोबल मार्केट्स का मूड भी भारतीय शेयर मार्केट की गिरावट का एक बड़ा कारण रहा। S&P 500 फ्यूचर्स में 0.3% की गिरावट और वॉल स्ट्रीट की कमजोरी ने भारतीय निवेशकों को सतर्क कर दिया। इसके अलावा, यूरोपियन मार्केट्स में भी मिक्स्ड ट्रेंड देखा गया, जो ग्लोबल ट्रेड टेंशन और जियोपॉलिटिकल रिस्क्स को दर्शाता है।
एशियन मार्केट्स में जापान का Nikkei और ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 भी दबाव में रहे, जिसने भारतीय मार्केट पर अतिरिक्त प्रेशर डाला।
क्या निवेशकों को चिंता करनी चाहिए?
मार्केट में गिरावट देखकर निवेशक थोड़ा चिंतित हो सकते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह शॉर्ट-टर्म वोलैटिलिटी है। लॉन्ग-टर्म निवेशकों को पैनिक करने की जरूरत नहीं है। कुछ सेक्टर्स जैसे IT और ऑयल एंड गैस में रिकवरी के संकेत दिख रहे हैं।
एक्सपर्ट्स सलाह दे रहे हैं कि निवेशक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाएं और स्टॉक्स में SIP के जरिए निवेश करें। इसके अलावा, डिविडेंड यील्ड वाले स्टॉक्स जैसे कि उनमें जिनका P/E रेशियो 12 से कम और डिविडेंड यील्ड 3% से ज्यादा हो, पर फोकस करें।
Pro Tip: मार्केट की वोलैटिलिटी में क्वालिटी स्टॉक्स पर फोकस करें और शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग से बचें।
क्या हैं आज के मार्केट के टॉप गेनर्स?
भारी गिरावट के बावजूद कुछ स्टॉक्स ने अच्छा प्रदर्शन किया। इनमें शामिल हैं:
- एशियन पेंट्स: डिमांड में सुधार की उम्मीद से शेयर में बढ़त।
- सन फार्मा: फार्मा सेक्टर में स्थिर प्रदर्शन।
- बजाज फिनसर्व: फाइनेंशियल सेक्टर में रिकवरी के संकेत।
इन स्टॉक्स ने मार्केट में कुछ हद तक बैलेंस बनाए रखा, लेकिन ओवरऑल सेंटिमेंट नेगेटिव रहा।[]
आने वाले दिनों में मार्केट का क्या होगा?
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि US-China ट्रेड डील और मिडिल ईस्ट टेंशन पर नजर रखना जरूरी है। अगर ग्लोबल मार्केट में स्थिरता आती है, तो भारतीय मार्केट में रिकवरी हो सकती है। इसके अलावा, RBI की पॉलिसी और Q4 अर्निंग्स भी मार्केट की दिशा तय करेंगे।
निवेशकों को सलाह है कि वे फंडामेंटली मजबूत स्टॉक्स पर फोकस करें और मार्केट की शॉर्ट-टर्म वोलैटिलिटी से घबराएं नहीं।
आपकी राय?
आज की मार्केट गिरावट के बारे में आप क्या सोचते हैं? क्या आप इसे निवेश का मौका मानते हैं? नीचे कमेंट में अपनी राय शेयर करें।
नोट: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।
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